शुक्रवार, 15 जून 2012

मैं चाँद हूँ ...









मैं चाँद हूँ , जो रात को आती हूँ ....
तुम सूरज हो ..जब थक कर सो जाते हो ...

मैं मेध हूँ , जो बारिश लेकर आती हूँ ....
तुम तपन हो ..तब अपनी प्यास पूछते हो ....

मैं वीणा हूँ , तेरे नाम का गीत गाती हूँ ..
तुम पवन हो .. बस गुनगुना कर चले जाते हो ...

मैं सांस हूँ , तेरे दिल में धडकती हूँ ...
तुम पत्थर हो..यु ही ठुकराकर चले जाते हो ....





बुधवार, 13 जून 2012

किताबों के पन्नें









किताबों के पन्नें पलट के सोचती हूँ ------
यू जिन्दगी पलट जाए तो क्या बात हैं ----
तमन्ना जो पूरी हो ख़्वाबों में ,
हकीकत बन जाए तो क्या बात हैं ----
लोग तो मतलब के लिए ढूंढते हैं मुझे ,
बिना मतलब कोई आए तो क्या बात हैं ----
कत्ल करके तो सब ले जाएगे दिल मेरा ,
कोई लुभाकर ले जाए तो क्या बात हैं ----
जिन्दा रहने तक तो ख़ुशी दूंगी सबको ,.
किसी को मेरी मौत से ख़ुशी मिल जाए तो क्या बात हैं ---- !




रविवार, 10 जून 2012

जब इश्क तुम्हे हो जाएगा ..!












इस दिल की लगी को तुम तब पहचानोगे ?
जब ' इश्क 'तुम्हे हो जाएगा 
तुम मेरी तरह बन जाओगे 
जब प्यार का बादल बरसेगा 
तुम मेरी तरह तर जाओगे 
    जब इश्क तुम्हे हो जाएगा ..! 
  तुम मेरी तरह बन जाओगे ..!


जब किरणों में ठंडक होगी !
जब भंवरो में गुंजन होगी !
जब फूलो पे बहारे होगी !
जब नदियो में लहरे होगी !
तब इश्क तुम्हे हो जाएगा ! 
तुम मेरी तरह बन जाओगे ! 




तुम बादल बन जाना --
मैं मेधा बन बरसुंगी --
तुम पवन बन जाना --
मैं झोंका बन जाउंगी --
तुम मोसम बन जाना --
मैं ऋतू बन आउंगी --
तुम मयूर बन जाना --
मैं कोयल बन गाऊँगी --
तुम सागर बन जाना --
मैं नदी बन मिल जाउंगी --
तुम याद बन जाना --
मैं सीने से लग जाउंगी --
जब तुम्हे इश्क हो जाएगा 
तुम मेरी तरह बन जाओगे !
     



वो इश्क जो दुनिया को भुला दे !
वो इश्क जो नहरों को खुदवा दे !
वो इश्क जो पहाडो को कटवा दे ! 
वो  इश्क जो फूलो को खिला दे ! 
वो इश्क  जो खुदा से मिला दे !
जब इ श्क तुम्हे हो जाएगा !
तुम मेरी तरह बन जाओगे ! 




इस दिल की लगी को तुम तब पहचानोगे 
जब इश्क तुम्हे हो जाएगा  !
तुम मेरी तरह बन जाओगे ...! 




सोमवार, 4 जून 2012

जन्म दिन की हार्दिक शुभ कामनायें


आज मेरे परम मित्र श्री हरी शर्माजी का जनम दिन हैं उन्हें ढेरो शुभकामनाए --











उगता हुआ सूरज दुआ दे आपको, 

खिलता हुआ फूल खुश्बू दे आपको, 

हम तो कुछ देने के काबिल नही है, 

देने वाला हज़ार खुशियाँ दे आपको!...... 



एक दुआ माँगते है हम अपने भगवान से, 
चाहते है आपकी खुशी पूरे ईमान से, 
सारी हसरतें पूरी हो आपकी -----
और आप मुस्कुराएँ दिलो जान से..........! 

पूरे हो जाए हर अरमान आपके ....
कदमो में हो हर ख़ुशी आपके ...
जब आप मांगे आसमा का तारा ...
तो मिल जाए सारा आसमा आपको .....!

दुआ हैं ये हमारी हम मंदिर में सर झुकाए... 
आपसे हमेशा दूर रहे गम के साए ..
अगर आपकी राहों मे कभी अंधेरा आए, 
तो रोशनी के लिए'दिया' खुद हम जलाए ......!


फूल खिलते रहें ज़िंदगी की राह में..... 
हँसी चमकती रहे आपकी निगाह में.....
कदम- कदम पर मिले खुशी की बाहर आपको.... 
दिल देता है यही दुआ बार-बार आपको....

जन्म दिन की हार्दिक शुभ कामनायें .....










शुक्रवार, 25 मई 2012

गुनगुनाती सुबह ....



सर्दियों की एक गुनगुनाती सुबह 



सर्दियों की एक गुनगुनाती सुबह में ....
एक टुकड़ा धुप जब मेरे आँगन में उतर आई ..
तो लगा, मेरी ठहरी हुई जिन्दगी में जैसे --
दबे पाँऊ झूमती हुई बयार  आ गई ...

मैं आज बहुत खुश हूँ ---
बाद -मुद्दत उनका सन्देश जो आया  ---
जो तक सुप्तावस्था थी मेरी ---
जैसे आज उसमें जान आ गई --

वो भी मुझसे प्यार करते हैं ??? 
जैसे जड़ -चेतना में मानो प्राण -प्रवाह आ गई !
मन के हर कोने  से ख़ुशी फूटने लगी अब ---
जैसे सूखे रेगिस्तान में चाहत की बरसात आ गई ---

तिनके - तिनके में समेटे थे उनकी यादों के पल ---
आज अचानक उन बीहड़ों में बहार  आ गई ...
मेरी जिन्दगी के हर पन्ने पर नाम हैं उसका 'दर्शी' 
वो लफ्ज़ चलने लगे उनमें  रवानगी आ गई .....!!!!


गुरुवार, 24 मई 2012

प्यार और दिल्लगी *****

..



चाहते ,प्यार, मस्ती  और  दिल्लगी 
अब ये  सब बाते गुजरे जमाने की लगती  
हमें कौन चाहेगा ..?
अब तो यह बातें झूठे फसाने की हैं ..!

 वो रूठना ,वो मनाना वो खिलखिलाना 
अब तो इन चीजों का नहीं कोई ठिकाना ..!


वो गलियों से गुजरना 
वो लड़कों का पीछे आना 
तिरछी निगाहों से उन्हें तकना 
फिर खुद ही शरमा जाना ...
अब कहाँ हैं वो बिजलियाँ गिराना 
अब कहाँ हैं  वो सब रूठना मनाना.....?

लटों को लहराकर बालों को झटकना 
फिर अदा से उन्हें जुड़े में फसाना 
पलकों की चिलमन से किसी को गिराना  
कभी निगाहों से किसी को सजदा करना 
अब कहाँ हैं वो अँखियो का लड़ाना ... 
कभी हंसना कभी खिलखिलाना .....
अब कहाँ हैं  वो सब रूठना मनाना ......? 











वो जलती दुपहरियां में कॉलेज को जाना
हमें देख लडको का सिटी बजाना 
गुस्से से नकली गुस्सा दिखाना 
फिर अपने ही अहम पर खुद मर जाना  
कभी किसी का समोसा खा जाना  
कभी किसी का प्रेम -पत्र  दिखाना  
कभी किसी की हवा को निकालना  
 कभी  भागकर साइकिल पर उड़ना 
वो मौजे -बहारे वो खिलखिलाना ..
अब कहाँ हैं वो रूठना मनाना .....?

पापा से बहाने बनाकर फिर पैसे  ऐठना 
चुपके से सिनेमा जाकर पिक्चर देखना 
भाभी की चम्मच बनकर गोलगप्पे खाना 
फिर मिर्ची का ठसका और आँखों का बहना 
 भैय्या से शाम को आइसक्रीम मंगाना   
कहाँ हैं वो बचपन वो हँसना- हँसाना 
वो कसमें -वादे वो खुशियों का खजाना 
अब कहाँ हैं वो रूठना मनाना .....?













आज  सबकुछ हैं पर वो साथ नहीं ?
साथी तो बहुत हैं पर वो बात नहीं ?

न वो प्यार न वो चाहतें ...
न वो हंसी न वो ठाहकें...

अब नहीं रही वो सुहानी जिन्दगी ...?
न कालेज का जमाना न खिलखिलाना  ...?
न कागज की नाव न बारिश का बरसना ...?
न दादी की कहानी न परियो का फसाना ..?
न सुबह की चिंता न शाम का ठिकाना ...?
न चाँद की चाहत न तितलियों का  दीवाना ..?
न खुशियों की बहार न हंसने का बहाना ...?
कहाँ गुम हो गया वो बचपन सुहाना ....?
वो वादे -बहारे वो अपना चहचहाना .......!!!









* कहाँ गुम हो गया वो बचपन का जमाना  *   



शुक्रवार, 4 मई 2012

मधुमास....

















पतझड़  को मधुमास  बनाती सुने वीराने में गाती ....

स्वर्ग ह्र्दय से दूर कहाँ था जो तेरा आश्रय पा जाती .....!

हंसते तो खिंल जाती कलियाँ पग -पग पर झडती फुलझड़ियाँ ...

  ये उदास अनजानी राहें बन जाती वृन्दावन गालियाँ ..!

मिल जाती मंजिल बांहों में धुल जाता अमृत चाहों में ..

हो जाता हर समय सुहाना साथ तेरा जो पा जाती ...!

एक नया संसार  बसाती एक नया इतिहास  रचाती ..

उदाहरण बन जाता मेरा जीवन जो तेरा सामप्य पा जाती ....!



काश, साथ तेरा जो पा जाती ????